हरियाणा के सिरसा में भ्रष्टाचार पर बड़ा एक्शन, एंटी करप्शन ब्यूरो ने पूर्व सरपंच को किया गिरफ्तार
एसीबी (ACB) की टीम ने बुधवार को यह गिरफ्तारी की। आरोप है कि 2012-14 के बीच पूर्व सरपंच बजरंग और तत्कालीन ग्राम सचिव राजकुमार ने मिलकर यह घोटाला (scam) किया। इस मामले में एसीबी ने विस्तृत जांच के बाद कार्रवाई की है।
हरियाणा (Haryana) के सिरसा जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई हुई है। एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने गांव चाडीवाल के पूर्व सरपंच बजरंग को विकास कार्यों में 20 लाख रुपये से ज्यादा के गबन (embezzlement) के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह मामला गांव के विकास कार्यों से जुड़ा है, जहां सरकारी धन का गलत इस्तेमाल कर एक बड़ी वित्तीय गड़बड़ी को अंजाम दिया गया।
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एसीबी (ACB) की टीम ने बुधवार को यह गिरफ्तारी की। आरोप है कि 2012-14 के बीच पूर्व सरपंच बजरंग और तत्कालीन ग्राम सचिव राजकुमार ने मिलकर यह घोटाला (scam) किया। इस मामले में एसीबी ने विस्तृत जांच के बाद कार्रवाई की है।
मामले की पूरी जानकारी
जांच के अनुसार ग्राम पंचायत चाडीवाल के विकास कार्यों के लिए सरकार द्वारा 20 लाख 24 हजार रुपये की राशि आवंटित की गई थी। इस धनराशि को गांव में सड़क, नाली, पानी की व्यवस्था, और अन्य बुनियादी विकास कार्यों में खर्च किया जाना था। लेकिन जांच में सामने आया कि इस धन का दुरुपयोग करते हुए पूर्व सरपंच बजरंग और सचिव राजकुमार ने इसे अपनी व्यक्तिगत जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया।
एसीबी ने 28 दिसंबर 2021 को इस मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज की थी। एफआईआर में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), 468 (धोखाधड़ी के लिए जालसाजी), 471 (फर्जी दस्तावेज का उपयोग), 120बी (आपराधिक साजिश), और पीएसी एक्ट (Prevention of Corruption Act) के तहत मामला दर्ज किया गया।
गबन का खुलासा कैसे हुआ?
सूत्रों के मुताबिक, इस घोटाले की जानकारी ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत से शुरू हुई। शिकायत में कहा गया था कि ग्राम पंचायत द्वारा किए गए विकास कार्य अधूरे हैं और सरकारी फंड का सही उपयोग नहीं किया गया है। इसके बाद एसीबी ने मामले की जांच शुरू की।
जांच में पता चला कि कागजों पर कई ऐसे विकास कार्य दिखाए गए, जो जमीनी हकीकत में पूरे नहीं हुए। इन कार्यों के लिए धनराशि निकाल ली गई और उसका दुरुपयोग किया गया। इस खुलासे के बाद एसीबी ने मामले को गंभीरता से लिया और विस्तृत जांच के लिए टीम गठित की।
एसीबी ने कैसे की कार्रवाई?
बुधवार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने आरोपी बजरंग को सिरसा में दबिश देकर गिरफ्तार किया। अब आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से एसीबी उसकी रिमांड की मांग करेगी। रिमांड के दौरान एसीबी यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि इस गबन में और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं।
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भ्रष्टाचार पर सरकार की सख्ती
हरियाणा सरकार ने हाल के दिनों में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। एंटी करप्शन ब्यूरो को पूरी स्वतंत्रता दी गई है कि वह ऐसे मामलों की जांच कर दोषियों को पकड़ने का काम करे। इस मामले में भी एसीबी ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया।
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